भारतीय रिज़र्व बैंक का द्वितीय वैश्विक हैकथॉन
हैकथॉन एक ऐसा कार्यक्रम है जो समस्या विवरणों के माध्यम से विनिर्दिष्ट क्षेत्र में मौजूदा चुनौतियों के लिए नवोन्मेषी समाधानों के विकास हेतु लोगों और संस्थाओं को एक साथ लाने के लिए आयोजित किया जाता है। हैकथॉन की सीमित अवधि के दौरान समस्या विवरणों पर प्रतिभागियों द्वारा काम किया जाता है, जिनमें हार्डवेयर/सॉफ्टवेयर और कोडिंग समुदाय के व्यक्ति, दल, संस्थाएं शामिल हैं। तथापि प्रतिभागी इन्हीं तक सीमित नहीं हैं। हैकथॉन की कार्य-प्रणाली एक प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम है जहां प्रतिभागी विचार प्रस्तुत करते हैं, समाधान तैयार करते हैं, आदिप्ररूप (प्रोटोटाइप) प्रदर्शित करते हैं। एक विशिष्ट पैनल द्वारा समाधानों का मूल्यांकन कर, हैकथॉन के विजेता/ विजेताओं का चयन किया जाता है। ये समाधान मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी संचालित एवं नवोन्मेषी होते हैं जिन्हें मौजूदा प्रक्रियाओं को परिष्कृत करने के लिए आयोजकों द्वारा उपयोग में लाया जा सकता है या बढ़ावा दिया जा सकता है।
हारबिंजर 2023 के बारे में
हारबिंजर 2021 के सफल आयोजन के साथ, भारतीय रिज़र्व बैंक वैश्विक हैकाथॉन के अगले संस्करण - 'हारबिंजर 2023 - परिवर्तन के लिए नवोन्मेष' का समय आ गया है, जिसमें जिसमें नए विषय और नए समस्या-विवरण शामिल होंगे। भारत ने फिनटेक क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास देखा है, जो अभिनव उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से वित्तीय सेवाओं के वितरण में बदलाव ला रहा है। चाहे भुगतान प्रणाली हो या ऋण वितरण, नए युग की तकनीक एक प्रभावशाली भूमिका निभा रही है। यूपीआई123पे, ग्रामीण वित्त का डिजिटलीकरण, अकाउंट एग्रीगेटर रूपरेखा के रूप में ओपन बैंकिंग और केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) का पायलट लॉन्च जैसी सेवाएँ, वित्तीय सेवाओं को अधिक समावेशी, सुलभ और सुरक्षित बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। हालाँकि, एक सहज समावेशी डिजिटल वित्तीय सेवा प्रदान करने में अभी भी चुनौतियाँ मौजूद हैं। हमने अपने समस्या विवरण के माध्यम से इन चुनौतियों का समाधान करने का प्रयास किया है जिनमें रेगटेक तकनीक का कुशल उपयोग, खुदरा क्षेत्र में सीबीडीसी के नए उपयोग, दिव्यांगजनों के लिए विशिष्ट डिजिटल वित्तीय सेवाएँ शामिल हैं जिससे देश में एक सुदृढ़, समावेशी और कुशल वित्तीय सेवा पारितंत्र विकसित किया जा सके।
इन क्षेत्रों में नवोन्मेष को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, भारतीय रिज़र्व बैंक, डिजिटल वित्तीय सेवाओं के भविष्य को आकार देने हेतु चार समस्या-विवरणों के साथ 'समावेशी डिजिटल सेवाएँ' विषय पर अपना दूसरा वैश्विक हैकथॉन - हारबिंजर 2023 आयोजित कर रहा है। यह हैकथॉन इन चुनिंदा समस्या-विवरणों के लिए आपके अभिनव विचारों को आमंत्रित करता है।
समस्या विवरण:
हारबिंजर 2023 का उद्देश्य ऐसे समाधानों और/या व्यावसायिक मॉडलों की पहचान करना और उन्हें सक्षम बनाना है जिनमें डिजिटल वित्तीय सेवाओं को अधिक सुलभ, कुशल, अनुपालन योग्य और प्रभावी बनाने की क्षमता हो, जिससे उपयोगकर्ताओं का अनुभव समृद्ध हो और साथ ही ऐसी तकनीकों की खोज की जा सके जो प्रणालियों को अधिक मजबूत और मापनीय बना सकें।
इसका उद्देश्य डिजिटल वित्तीय सेवाओं के परिदृश्य में निम्नलिखित चुनौतियों का समाधान करना है:
1. दिव्यांगजनों के लिए नवीन, उपयोग में आसान, डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ।
देश के दिव्यांगजनों को डिजिटल बैंकिंग सेवाओं से सशक्त बनाने के लिए, उपयोग में आसान नवीन समाधानों जैसे डिजिटल भुगतान, खाता खोलना, खाता विवरण, उपयोगिता बिलों का भुगतान, डेबिट/क्रेडिट कार्ड का उपयोग जैसी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का अन्वेषण किया जा सकता है। इससे दिव्यांगजनों को बिना किसी भेदभाव के समान अवसर प्राप्त होंगे और उन्हें वित्तीय सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाया जा सकेगा।
2. विनियमित संस्थाओं (आरई) के लिए अधिक कुशल अनुपालन की सुविधा के लिए रेगटेक समाधान।
रेगटेक अथवा विनियामक प्रौद्योगिकी, वित्तीय संस्थानों को उनके विनियामक प्रशासन, रिपोर्टिंग, अनुपालन और जोखिम प्रबंधन में सुधार करने में सहायता करने के लिए नवीन क्षमताओं और तकनीकों का उपयोग करती है। उदाहरण के लिए, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत, ऋणों का वर्गीकरण भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र ऋण दिशानिर्देशों के अनुरूप होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, कुशल वर्गीकरण के माध्यम से, बैंक प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र ऋण प्रमाणपत्रों (पीएसएलसी) में व्यापार के माध्यम से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र पोर्टफोलियो का मुद्रीकरण करने में भी सक्षम हैं। प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के आंकड़ों की रिपोर्टिंग आरबीआई द्वारा स्वचालित तरीके से प्राप्त की जाती है, जबकि बैंकों में ऋणों का वर्गीकरण एक मैन्युअल प्रक्रिया है। रेगटेक समाधान, जो निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत ऋणों के स्वचालित वर्गीकरण की सुविधा प्रदान करे और बैंकों को उनका अनुपालन करने में सक्षम बनाए , उद्योग के लिए अत्यधिक उपयोगी होंगे। इसी प्रकार, विनियमित संस्थाओं (आरई) द्वारा कुशल अनुपालन के लिए अन्य रेगटेक समाधानों का अन्वेषण किया जा सकता है।
3. सीबीडीसी-खुदरा लेनदेन के लिए उपयोग के मामलों/समाधानों का अन्वेषण, जिसमें ऑफ़लाइन लेनदेन भी शामिल हैं।
खुदरा सीबीडीसी नवोन्मेष की अपार संभावनाएँ लेकर आता है जिसका बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं पर सकारात्मक प्रभाव हो सकता है। सामाजिक लाभों का वितरण, अनेक उपयोगों में से एक हो सकता है, लेकिन ऑफ़लाइन उपयोग, खुदरा सीबीडीसी (सीबीडीसी-आर) की एक मुख्य विशेषता माना जाता है और यह केंद्रीय बैंक के धन तक जनता की निरंतर पहुँच का अभिन्न अंग है। भौगोलिक दूरी और/या संचार नेटवर्क या ऊर्जा अवसंरचना की कमी के कारण होने वाले भौतिक नकदी का उपयोग सीमित होने की स्थिति मे, यह वित्तीय समावेशन और पहुँच के लिए भी महत्वपूर्ण है। हम सीबीडीसी-आर के लेनदेन के लिए ऐसे उपयोग के मामलों/समाधानों की खोज कर सकते हैं, जिसमें ऑफ़लाइन लेनदेन, सर्वर से संवाद किए बिना वालेटों के बीच लेनदेन, सीबीडीसी लेनदेन की प्रामाणिकता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करना, साथ साथ 'दोहरे खर्च' के जोखिम को कम करना चाहिए।
4. प्रति सेकंड लेनदेन (टीपीएस) में वृद्धि/ ब्लॉकचेन का थ्रूपुट (throughput) और मापनीयता
ब्लॉकचेन की लेनदेन दर बढ़ाने वाली तकनीकों का विकास वर्षों से अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। ये विकेन्द्रीकृत नेटवर्क बढ़ी हुई मांग के लिए पैमाने पर अपनी क्षमता के मामले में पूरी तरह से नई चुनौतियां पेश करते हैं। हालाँकि, टीपीएस ही एकमात्र पैरामीटर नहीं है जो ब्लॉकचेन की गति निर्धारित करता है। लेनदेन की अंतिमता का समय (लेनदेन को अपरिवर्तनीय के रूप में पुष्टि करने में लगने वाला समय) भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ये पैरामीटर एक साथ मिलकर ब्लॉकचेन नेटवर्क की मापनीयता का वर्णन करते हैं, जो कि बढ़ती संख्या में लेनदेन को संभालने की नेटवर्क की क्षमता है। वित्तीय सेवाओं के लिए ब्लॉकचेन तकनीक को व्यापक रूप से अपनाने में मापनीयता का अभाव एक महत्वपूर्ण चुनौती है, जैसा कि सीबीडीसी-आर के मामले में हो सकता है। हम ऐसे तकनीकी समाधानों की खोज कर सकते हैं जो व्यापक रूप से अपनाने और ब्लॉकचेन के अधिक उपयोग-मामलों की खोज के लिए टीपीएस और मापनीयता को बढ़ा सकें।
आवेदन कहाँ करें?
हैकथॉन हारबिंजर 2024 भारतीय रिज़र्व बैंक के स्वामित्व का है और यह भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ही प्रायोजित किया गया है, तथा इसे एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस एक्सचेंज (APIX) प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया गया है। प्रतिभागी हैकाथॉन के लिए पंजीकरण करने और पंजीकरण के बाद प्रस्ताव जमा करने के लिए निम्नलिखित लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
https://hackolosseum.apixplatform.com/h1/harbinger2023
यह आवेदन केवल ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से स्वीकार किए जाएँगे। भारतीय रिज़र्व बैंक इस हैकथॉन के आगे के चरणों के लिए सबसे आशाजनक समाधानों को चयनित करेगा।
आवेदन हेतु पात्रता?
सभी संस्थाएँ, टीमें या व्यक्ति (अठारह वर्ष और उससे अधिक आयु के) जो संविदात्मक समझौते में प्रवेश करने के पात्र हैं, आवेदन करने के पात्र हैं। इसके अतिरिक्त, उत्पाद/समाधान में नवोन्मेष या सर्वहितकारी प्रौद्योगिकी के नवीन अनुप्रयोग का तत्व होना चाहिए।
सभी पृष्ठभूमि और भौगोलिक क्षेत्रों के प्रतिभागियों का स्वागत है, हालाँकि भारतीय वित्तीय सेवा बाजार और उपभोक्ताओं के बारे में जानकारी रखने वाले प्रतिभागियों को प्राथमिकता दी जाएगी। सभी प्रासंगिक और प्रभावशाली समाधानों पर विचार किया जाएगा, चाहे वह किसी भी चरण में हो।
आवेदन कैसे करें?
कृपया पंजीकरण के लिए लिंक पर क्लिक करें।
https://hackolosseum.apixplatform.com/h1/harbinger2023
पंजीकरण के पश्चात, कृपया समस्या विवरण चुनें और प्लेटफ़ॉर्म पर अपना प्रस्ताव सबमिट करें। कृपया प्रस्ताव से संबंधित सभी प्रश्नों के उत्तर भरें।
यदि आप प्रत्येक श्रेणी में निर्धारित सभी मानदंडों को पूरा करते हैं, तो आप एक से अधिक समस्या विवरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपका समाधान एक से अधिक समस्या विवरण द्वारा कवर की गई आवश्यकताओं को पूरा करने का लक्ष्य रख सकता है। हम वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव की विशिष्टता और व्यवसाय मॉडल की व्यवहार्यता पर विचार कर रहे हैं।
आयोजन का स्वरूप क्या है?
आवेदन केवल दिए गए लिंक के माध्यम से ही स्वीकार किए जाएँगे। हैकथॉन तीन चरणों में होगा, पहले चरण में विचार, दूसरे चरण में समाधान विकास और तीसरे चरण में अंतिम प्रस्तुति शामिल है। भारतीय रिज़र्व बैंक फाइनल के लिए सबसे आशाजनक समाधानों को चयनित करेगा। इन समाधानों को जहाँ भी आवश्यक हो तकनीकी और विनियामक सहायता प्रदान की जाएगी जिससे डेमो-योग्य उत्पाद का निर्माण जा सकें। चयनित संस्थाओं को एक कार्यशील समाधान प्रस्तुत करना होगा जिसका मूल्यांकन विजेताओं के चयन के लिए किया जाएगा। विजेताओं का चयन कुछ मूल्यांकन मानदंडों के आधार पर किया जाएगा, जिनमें समस्या की समझ, नवोन्मेष, समाधान की व्यापकता, कार्यान्वयन में सुलभता, प्रदर्शन/उपयोगकर्ता अनुभव आदि शामिल हैं।
प्रमुख तिथियाँ:
| चरण |
प्रारंभ |
समाप्त |
| पंजीकरण और प्रस्ताव प्रस्तुत करना |
फरवरी 22, 2023
(बुधवार) |
मार्च 24, 2023
(शुक्रवार) |
पुरस्कार:
समस्या विवरण की प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को नीचे दिए गए अनुसार पुरस्कार राशि से पुरस्कृत किया जाएगा:
विजेता - ₹40,00,000 (चालीस लाख रुपये)
उपविजेता - ₹20,00,000 (बीस लाख रुपये)
संपर्क करें:
हारबिंजर 2023 से संबंधित प्रश्नों के लिए, कृपया harbinger2023@rbi.org.in को मेल करें।
पंजीकरण या प्रस्ताव प्रस्तुत करने की प्रक्रिया के दौरान तकनीकी प्रश्नों के लिए, कृपया निम्नलिखित मेल पर संपर्क करें: apixsupport@synfindo.com
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