हारबिंजर 2021

भारतीय रिज़र्व बैंक प्रथम वैश्विक हैकथॉन

हैकथॉन एक ऐसा कार्यक्रम है जो समस्या विवरणों के माध्यम से निर्दिष्ट क्षेत्र में मौजूदा चुनौतियों के लिए नवोन्मेषी समाधानों के विकास हेतु लोगों और संस्थाओं को एक साथ लाने के लिए आयोजित किया जाता है। हैकथॉन की सीमित अवधि के दौरान समस्या विवरणों पर प्रतिभागियों द्वारा काम किया जाता है, जिनमें हार्डवेयर/सॉफ्टवेयर और कोडिंग समुदाय के व्यक्ति, दल, संस्थाएं शामिल हैं। तथापि प्रतिभागी इन्हीं तक सीमित नहीं हैं। हैकथॉन की कार्य-प्रणाली एक प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम है जहां प्रतिभागी विचार प्रस्तुत करते हैं, समाधान तैयार करते हैं, आदि‍प्ररूप (प्रोटोटाइप) प्रदर्शित करते हैं। हैकथॉन के विजेता/ओं तक पहुंचने के लिए एक पैनल द्वारा समाधानों का मूल्यांकन किया जाता है। इस प्रकार प्राप्त समाधान मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी संचालित नवोन्मेषी समाधान होते हैं जिन्हें मौजूदा प्रक्रियाओं को परिष्कृत करने के लिए आयोजकों द्वारा उपयोग में लाया जा सकता है या बढ़ावा दिया जा सकता है।

हारबिंजर 2021 के बारे में

भारत में पिछले एक दशक में कई भुगतान प्रणालियों को शुरू किया गया जिससे भुगतान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जबकि देश समय, ग्राहक और बाजार परिदृश्य के साथ अनुकूल और विकसित हो रहा है, ऐसे में एक सुदृढ़, सुविधाजनक, अभिगम्य, अल्प लागत और सुरक्षित डिजिटल भुगतान और निपटान प्रणाली का ढांचा तैयार कर भुगतान वृद्धि को बनाए रखने और कम-नकद समाज संकल्पना के प्रति ग्राहक व्यवहार में बदलाव सुनिश्चित करने की चुनौती है।

भुगतान प्रणाली में नवोन्मेष को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत में भुगतान प्रणालियों के भविष्य को आकार देने की दृष्ट‍ि से चार समस्या विवरणों के साथ 'स्मार्टर डिजिटल पेमेंट्स' थीम के साथ अपना प्रथम वैश्विक हैकथॉन - हारबिंजर 2021 आयोजित किया। इस हैकथॉन में चार चिह्न‍ित समस्या विवरणों के लिए पात्र प्रतिभागियों के नवोन्मेषी विचारों को आमंत्रित किया।

समस्या विवरण:

हारबिंजर 2021 का उद्देश्य ऐसे समाधानों और/या व्यवसाय मॉडलों की पहचान करना और उन्हें सक्षम बनाना था जिनमें डिजिटल भुगतान को वंचित वर्ग के लिए सुगम्य बनाने की क्षमता हो और जिनसे भुगतान करने में सहजता को बढ़ाया जा सके, डिजिटल भुगतान की सुरक्षा को मजबूत करते हुए उपयोगकर्ताओं के अनुभव को समृद्ध किया जा सके और उपभोक्ताओं की रक्षा हो सके।

इसका उद्देश्य भुगतान और निपटान क्षेत्र में निम्नलिखित चुनौतियों का समाधान करना था:

1. छोटी राश‍ि के नकद संव्यवहार को डिजिटल मोड में बदलने के लिए नवोन्मेषी, उपयोग में आसान, गैर-मोबाइल डिजिटल भुगतान समाधान

समाज के वंचित और अल्प सुविधा प्राप्त वर्ग को डिजिटल भुगतान से जोड़ने की दृष्ट‍ि से 100 रुपये से कम राशि के छोटे मूल्य के नकद भुगतानों को डिजिटल मोड में परिवर्तित करने के लिए गैर-मोबाइल, तेज और उपयोग में आसान नवोन्मेषी समाधानों की खोज करना। इससे डिजिटल भुगतान की पहुंच बढ़ेगी और मुख्यधारा में वंचित लोगों को अधिक से अधिक शामिल किया जा सकेगा।

2. भौतिक भुगतान को हटाने के लिए संदर्भ आधारित खुदरा भुगतान

संदर्भ आधारित भुगतान के लिए ग्राहक और व्यापारी के बीच सीधे संपर्क की आवश्यकता नहीं होती है। यह अधिकतर एक अंतर्निहित गतिविधि के पूरा होने पर देय होता है और इसमें ग्राहक के स्टोर से बाहर निकलने के बाद किराना स्टोर पर स्वचालित भुगतान शामिल हो सकता है। खुदरा खंड में विभिन्न उपयोग के मामलों को एक सहज भुगतान अनुभव को सक्षम करने के बारे में विचार किया जा सकता है जिसमें एक एप्लीकेशन शामिल हो सकता है। ऐसे समाधान उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने के साथ –साथ सहमति तंत्र, धोखाधड़ी की रोकथाम और सुरक्षा सुविधाओं पर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

3. डिजिटल भुगतान के लिए वैकल्पिक प्रमाणीकरण तंत्र

वर्तमान में, अधिकांश डिजिटल भुगतान एक व्यक्तिगत पहचान संख्या (पिन)/पासवर्ड/सीवीवी द्वारा प्रमाणित होते हैं और उसके बाद एक वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आता है जो प्रेषक द्वारा अपने मोबाइल फोन पर प्राप्त किया जाता है। जबकि एसएमएस जिसके माध्यम से ओटीपी प्राप्त होता है, एन्क्रिप्टेड नहीं होता है, डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी के उदाहरण भी देखे गए हैं, जहां उपयोगकर्ताओं को ओटीपी साझा करने के लिए धोखा दिया जाता है। ऐसे में, एक वैकल्पिक कुशल सुरक्षित प्रमाणीकरण तंत्र उपलब्ध हो जाने से अधिक सुरक्षित डिजिटल संव्यवहार हो सकता है।

4. डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी और व्यवधान का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया विश्लेषण निगरानी टूल

सोशल मीडिया एक ऐसा मंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जिसके माध्यम से उपभोक्ता अपनी चिंताओं को सामने ला सकते हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि प्लेटफॉर्म पर उपभोक्ता शिकायतों और चिंताओं का विश्लेषण डिजिटल भुगतान ऑपरेटरों के साथ-साथ नियामक को उपभोक्ता संरक्षण और धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए सक्रिय और त्वरित कार्रवाई करने में सुविधा प्रदान कर सकता है। यह उपभोक्ता भावना विश्लेषण के माध्यम से भुगतान उत्पाद के मूल्यांकन में भी मदद कर सकता है।

प्रक्रिया

हैकथॉन हारबिंजर 2021 भारतीय रिज़र्व बैंक के स्वामित्व का है और यह भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ही प्रायोजित था। इसे एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस एक्सचेंज (APIX) प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया गया था। प्रतिभागियों को एपीआईएक्स प्लेटफॉर्म पर हैकथॉन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना था और अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करना था।

भागीदारी के लिए पात्रता मानदंड

पात्रता मानदंड निम्न प्रकार थे:

(i) संविदात्मक समझौता करने के लिए पात्र सभी संस्थाएं, दल या व्यक्ति (अठारह वर्ष और उससे अधिक), और;

(ii) जिसके पास न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद (एमवीपी) या बाजार में उपलब्ध उत्पाद है या बाजार में लाने के लिए तैयार है और;

(iii) जिसके पास सामान्य हित के लिए नवोन्मेष तत्व या नवीन प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग है।

सभी पृष्ठभूमि और भौगोलिक क्षेत्रों के प्रतिभागियों को आमंत्रित किया गया, जिसमें भारतीय भुगतान प्रणाली बाजार और उपभोक्ताओं के बारे में ज्ञान रखने वालों को प्राथमिकता दी गई।

हैकथॉन के विजेता घो‍ष‍ित किए जाने पर प्रतिभागी को भारत में एक निगमित इकाई बनाने के लिए सहमत होना होगा।

आवेदक यदि प्रत्येक श्रेणी में निर्धारित सभी मानदंडों को पूरा करते हैं तो उन्हें एक से अधिक समस्या विवरण के लिए आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। पंजीकरण और प्रस्तावों को प्रस्तुत करने की अवधि 15 नवंबर 2021 से 15 दिसंबर 2021 तक खुली थी।

पुरस्कार:

समस्या विवरण की प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को नीचे दिए गए अनुसार पुरस्कार राशि से पुरस्कृत किया गया:

विजेता - 40,00,000 (चालीस लाख रुपये)

उपविजेता - 20,00,000 (बीस लाख रुपये)

परिणाम

हैकथॉन को भारत के भीतर और संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, सिंगापुर, फिलीपींस एवं इज़राइल सहित 22 अन्य देशों की टीमों द्वारा प्रस्तुत 363 प्रस्तावों के साथ उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। हैकथॉन के तीन चरण थे। पहले चरण में प्रस्तावों की छंटनी, दूसरे चरण में समाधान विकास और तीसरे चरण में अंतिम मूल्यांकन किया गया।

प्रारंभिक जांच और प्रारंभिक मूल्यांकन के पहले चरण में छांटे गए 58 प्रस्तावों में से चार समस्या विवरणों के लिए बाहरी विशेषज्ञों के निर्णायक-मंडल द्वारा 25 प्रस्तावों को चुना गया।

समाधान विकास के दूसरे चरण, जो एक महीने से अधिक समय तक चला, में चुनी गई टीमों ने बाहरी सलाहकारों के मार्गदर्शन में अपने समाधान विकसित करने पर काम किया।

अंतिम मूल्यांकन का तीसरा चरण 26-27 मई 2022 को बेंगलुरु में आयोजित किया गया था, जिसमें 24 अंतिम दलों ने बाहरी विशेषज्ञों के निर्णायक-मंडल के समक्ष समस्या विवरणों के लिए अपने समाधान प्रस्तुत किए, जिन्होंने नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी, प्रदर्शन, उपयोगकर्ता अनुभव, सुरक्षा, कार्यान्वयन में आसानी जैसे मापदंडों के आधार पर विजेताओं और उपविजेताओं का मूल्यांकन और चयन किया।

हैकथॉन के परिणाम दिनांक 02 जून 2022 की प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से प्रकाशित किए गए।

https://fintech.rbi.org.in/FS_PressRelease?prid=53799&fn=2765